दोस्तों दिवाली के 5 पांच दिनों का महत्व विशेष होता है |
धनतेरस पहला दिन–
धनतेरस का पहला दिन धन की देवी लक्ष्मी और आयुर्वेद के जनक धनवंतरी को समर्पित होता है इस दिन घर में मूल्यवान वस्तुएं विभिन्न धातुएं जैसे लोहा सोना चांदी खरीदना शुभ माना जाता है |
नरक चतुर्दशी दूसरा दिन-
दोस्तों इस रूप चौदस या काली चौदस भी कहा जाता है | यह दीपावली का दूसरा दिन होता है इस दिन नरकासुर नामक राक्षस का केवट से यह कथा जुड़ी हुई है |और ऐसा माना जाता हैइस दिन जल्दी उठकर ब्रह्म मुहूर्त में नहाने से रूप में निखार आता है|
लक्ष्मी पूजन अर्थात दीपावली-
दोस्तों ,दिवाली का मुख्य दिन होता है इस दिन माता लक्ष्मी ,गणेश जी ,कुबेर देवता की पूजा की जाती है |इस दिन घरों में लाइट लगाई जाती है | घर को दीपक से सजाया जाता है और विशेष मुहूर्त में पूजा का महत्व होता है |
गोवर्धन पूजा चौथा दिन-
इस दिन भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाकर गांव वालों को बारिश से बचाया था यह गोवर्धन पर्वत आज भी मौजूद है |गोवर्धन पूजा के दिन विभिन्न पकवान बनाकर भगवान को अर्पित किए जाते हैं इस दिन गाय की पूजा भी की जाती है |
भाई दूज पांचवा दिन-
दोस्तों ,इस दिन को यम द्वितीया भी कहते हैं इस दिन भाई अपनी बहनों के घर भोजन करते हैं और बहने अपने भाइयों को बुलाती है | और जो राखी पर बहाने अपने भाइयों को राखी नहीं बन पाती वह इस दिन बांधती है और भाई से आशीर्वाद लेती है | भाई उन्हें अच्छे-अच्छे उपकार भी देते हैं |